जैद खान को पुनः एनएसयूआई जिलाध्यक्ष की कमान

आंतरिक सर्वे में हर तरफ से जैद खान को मिला समर्थन
प्रदेश सत्ता ब्यूरो चीफ मोहन प्रजापति
बैतूल। आखिरकार लंबी खींचतान और विवाद की स्थिति निर्मित होने के बाद पुनः छात्र नेता जैद खान को एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। पूर्व में की गई उनकी नियुक्ति विवादों के बाद निरस्त कर दी गई थी। अब फिर संगठन ने उन्हें यह जिम्मेदारी दी है।एक महीने पहले जैद खान को जिलाध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन दूसरे ही दिन उनकी नियुक्ति निरस्त कर दी गई थी। उस समय उनके द्वारा की गई सदस्यता को लेकर भी विवाद उठा था। संगठन के अंदर ही कुछ लोग उस समय हुई नियुक्ति का विरोध कर रहे थे। जिसके बाद यह नियुक्ति निरस्त कर दी गई थी। बताया जा रहा है कि यह विवाद की स्थिति बैतूल जिले में ही नहीं प्रदेश के 10 जिलों में निर्मित हो गई थी। नियुक्तियों पर रोक लगाने के बाद दूसरे गुट सक्रिय हो गए थे। कांग्रेस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला संगठन एवं प्रदेश संगठन ने पहले जैद खान को उनकी सक्रियता को देखते हुए जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी। विरोध होने के बाद संगठन ने आंतरिक सर्वे किया जिसके बाद हर तरफ से जिला अध्यक्ष पद के लिए जैद खान का ही नाम सामने आया। वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं सहित एनएसयूआई से जुड़े कार्यकर्ताओं ने उनके नाम को भरपूर समर्थन दिया। इस आधार पर प्रदेश संगठन ने उन्हें पुनः एनएसयूआई जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। छात्र संगठन के राष्ट्रीय सचिव और मध्यप्रदेश के प्रभारी नितेश गौर ने 2 जुलाई की देर रात प्रदेश के 52 जिलों में एनएसयूआई जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा करते हुए इसकी सूची जारी की है। जिसमें बैतूल से जैद खान का नाम भी शामिल है। जैद खान को जिला अध्यक्ष बनाने पर एक बार फिर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर व्याप्त हो गई।
सुखदेव पांसे के कट्टर समर्थक है जैद
उल्लेखनीय है कि जैद खान सक्रिय छात्र नेता होने के साथ ही पूर्व कैबिनेट मंत्री सुखदेव पांसे एवं पूर्व प्रदेश सचिव समीर खान के कट्टर समर्थक माने जाते हैं।नवनियुक्त एनएसयूआई जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह संगठन ने मुझ पर भरोसा जताया हैं, मैं पूरी मेहनत व लगन से संगठन के लिए कार्य करते हुए छात्रों की हर समस्या के समाधान के लिए हर समय हाजिर रहूंगा।