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पन्ना की निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आई टी आई गुणवत्ता मानकों के अनुसार नहीं हैं दे पा रहे प्रशिक्षण एडमिशन एजेंट की तरह काम कर रहे पन्ना के निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान

 

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पन्ना के निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आईटीआई गुणवत्ता मानकों के अनुरूप नहीं हो पा रहा है प्रशिक्षण छात्रों को आयोग शिक्षकों के द्वारा के दिलाया जा रहा है प्रशिक्षण पन्ना शहर में निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान संख्या में 5 के अंक को पार कर गए है लेकिन पन्ना में आईटीआई गुणवत्ता मानकों के अनुसार आईटीआई के छात्रों को प्रशिक्षण नहीं मिल पा रहा है इसका मुख्य कारण है कि आईटीआई प्रशिक्षण में पन्ना का स्थानीय अनुभव कम है और पन्ना का शासकीय आईटीआई जो इन सभी कॉलेजों पर अपनी नजर रखता है और परीक्षाएं आयोजित कराता है वह भी इन निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के ऊपर सही तरीके से लगाम लगाने में बोना साबित हो रहा है जिसके चलते निजी आईटीआई कॉलेज अपनी मनमर्जी से गुणवत्ता मानकों के बिना छात्रों को प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं जिसके चलते पन्ना जिले के हजारों छात्रों का भविष्य अंधकार की ओर बढ़ रहा है पन्ना जिले के निजी कॉलेजों में उचित व्यवस्थाएं और सही मार्गदर्शन ना मिलने की वजह से आज पन्ना जिले की औद्योगिक प्रशिक्षण के छात्र पन्ना में ही घूमते मिल जाएंगे इन्हे कोई औद्योगिक संस्थान अपने यहां काम नहीं देता है इसका मुख्य कारण है कि उन्हें अनुभवहीन शिक्षकों के द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है और पन्ना के ही लोगों के द्वारा उन्हें शिक्षित कर दिया जाता है पन्ना में कोई फैक्ट्री और ट्रेनिंग सेंटर ना होने के कारण भी बच्चों को सही तरीक़े का प्रशिक्षण नहीं मिल पाता निजी कॉलेजों में प्रैक्टिकल लैब बनी हुई हैं लेकिन उन लैबो को सिर्फ एडमिशन के टाइम पर दिखाया जाता है उन मशीनों और इंस्ट्रूमेंट का सही उपयोग नहीं होता सिखाया जाता है और छात्रों को ना ही प्रैक्टिकल सही तरीके से कराए जाते हैं ना ही सही तरीके से मशीनों से प्रशिक्षित किया जाता है कि आखिर छात्र अपना भविष्य तय कर सके आईटीआई के छात्र आपको सिर्फ रिजल्ट आया पास हुए इतनी ही बात करते मिल जाएंगे पन्ना के निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के कॉलेजों की शिक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा करता है कि पन्ना के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कितने निरंकुश है जो मोटी मोटी फीस तो लेते हैं लेकिन छात्रों भविष्य सुरक्षित करने में असफल साबित हो रहे हैं पन्ना में अभी तक लगभग 5 से ज्यादा निजी औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित हैं लेकिन पन्ना के निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में सिर्फ नाम मात्र के लिए ही प्रशिक्षण का कार्य सिखाया जा रहा है छात्र सिर्फ परीक्षाएं देकर ही अपने आपको प्रशिक्षित मान बैठते हैं जबकि आईटीआई औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का मुख्य उद्देश्य है कि छात्रों को औद्योगिक प्रशिक्षण जैसे फैक्ट्री और मशीनों के बारे में पूरी तरह जानकारी देना होता है कि कल के दिन वह किसी निजी संस्थान में जाकर अपना भविष्य उज्जवल कर सके और अपना जीवन यापन कर सकें लेकिन पन्ना की निजी आईटीआई कॉलेजों में स्थिति इतनी गंभीर है कि वहां ना ही सही ढंग से शिक्षक हैं ना ही सही ढंग से कोई प्रैक्टिकल कराने वाला है बाकी की प्रशिक्षण की बात करना ही बेकार है
हमारी टीम ने जब निजी औद्योगिक संस्थान चाणक्य आईटीआई में शिक्षा व्यवस्था के बारे में बात की तब स्थानीय शिक्षक जो कि चाणक्य आईटीआई में शिक्षक के पद पर कार्यत हैं उन्होंने बताया कि हमारे आईटीआई में इलेक्ट्रीशियन की 60 सीटें हैं जिनके लिए हमारे संस्थान संचालकों द्वारा सिर्फ 4 शिक्षक तैनात किए गए हैं जबकि आईटीआई में कम से कम छात्रों के अनुरूप ही शिक्षकों की व्यवस्था होती है लेकिन पन्ना में धड़ल्ले से चल रहे निजी आईटीआई संस्थानों के ऊपर कोई कमर कसने को तैयार नहीं है जिला प्रशासन भी सोई हुई अवस्था में नजर आता है चाहे बच्चों का भविष्य अंधकार मय क्यों न हों जाए

एडमिशन एजेंट की तरह काम कर रहे पन्ना के निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चाणक्य आरटीआई में इलेक्ट्रिशियन की 60 सीटें हैं उसके बावजूद फीटर ट्रेड के भी कुछ एडमिशन यह कहकर के किए जाते हैं कि आप का प्रैक्टिकल किसी निजी कॉलेज में दूसरी जगह होगा और आपकी परीक्षाएं भी किसी अन्य कॉलेज में होगी लेकिन आपकी थ्योरी क्लास साल भर हमारे यहां ही लगेगी और आपको हमारे द्वारा ही पढ़ाया जाएगा सिर्फ आपको परीक्षा औ…

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