आरोपी पर कठोर कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का भाजपा कार्यकर्ताओं ने जताया आभार
अपराध स्वीकार्य नहीं सभी के लिए न्याय, भाजपा की विचारधारा
कांग्रेसी नेता कर रहे हैं जातिवाद की गंदी राजनीति
अलीराजपुर की घटना में माफी मांगे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ
दैनिक प्रदेश सत्ता
गोटेगांव । मध्यप्रदेश के सीधी में एक आदिवासी युवक के साथ हुई अमानवीय पूर्ण घटना का विरोध करते हुए भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं ने
आरोपी के विरुद्ध की गई कारवाही का समर्थन किया और कहा कि समाज विरोधी कृत्यों के खिलाफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रतिक्रिया एवं कार्रवाही प्रशंसनीय है। भाजपा नेता हाकम सिंह चड़ार (पूर्व विधायक), महेंद्र नागेश (पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ) , पूनम जितेंद्र ठाकुर (नगर पालिका अध्यक्ष ),श्रीमती आरती सतीश पटेल (जनपद अध्यक्ष ),शंकर चौधरी, कृष्णा चौधरी, राजेश झारिया, शोभाराम दोहैया, महेश चड़ार आदि ने कहा कि हमारे संगठन में अमानवीयता, हिंसा, भेदभाव जैसी आपराधिक मानसिकता के लिए कोई स्थान नहीं है । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में अपराधियों के विरुद्ध लगातार कार्यवाही की जा रही है, इस घटना में संलिप्त आरोपी के विरुद्ध शीघ्र कठोर कार्यवाही होना इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था में अपराध एवं अपराधियों को किसी भी हालात में स्वीकार नहीं किया जाएगा। भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए कांग्रेस द्वारा मध्यप्रदेश में जातिवाद का जहर फैलाकर नफरत की राजनीति की जा रही है, घटना पर शीघ्र संज्ञान लेते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने न्यायोचित कार्यवाही की है उसके बाद भी कांग्रेस द्वारा विरोध प्रदर्शन करके क्या साबित किया जा रहा है? भाजपा कार्यकर्ताओं ने गाडरवारा की ब्राह्मण समाज द्वारा आरोपी के विरुद्ध की गई कार्यवाही की मांग को प्रशंसनीय बतलाते हुए कहा कि हमारे समाज में सत्य के साथ खड़े होने की सामाजिक परंपरा रही है, समाज के सभी संगठनों एवं प्रबुद्धजनों ने एक स्वर में निंदा करते हुए अमानवीय घटना का विरोध किया है, सरकार एवं प्रशासन ने आरोपी के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करके अपराधिक कृत्यों के खिलाफ एक कड़ा संदेश दिया है, इसके बावजूद भी कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया, जो निंदनीय है । भारतीय जनता पार्टी प्रत्येक दलित, आदिवासी एवं शोषित वर्ग के साथ हमेशा से खड़ी रही है लेकिन कांग्रेस द्वारा प्रत्येेक घटना को धर्म एवं जाति से जोड़कर विघटन की साजिश की जा रही है । भाजपा से निधान सिंह पटेल (जिला उपाध्यक्ष), संगीता राकेश शर्मा (जिला मंत्री), देवेंद्र सिंह पटेल (मंडल अध्यक्ष), अभिषेक पटेल (मंडल अध्यक्ष) , संतोष दुबे (सांसद प्रतिनिधि), राजकुमार जैन ( पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष), एकम सिंह पटेल, पंकज चौकसे (सांसद प्रतिनिधि ), डॉ. वंदना आर्य , दुर्गा आर्य, रूप सिंह ठाकुर, मेलाराम ठाकुर, जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी ठाकुर, जिला पंचायत सदस्य आशा झारिया, मुकेश चोकसे, दादूराम पटेल, रविंद्र पटेल, राजेंद्र राय ,जगदीश श्रीवास, दीपक सोनी, राजू राजपूत, मनीष जैन, राजा ठाकुर, पंडित जितेंद्र चौबे, जितेंद्र पुरोहित, दुलीचंद विश्वकर्मा, जितेंद्र चांदोरिया, विकास बड़कुर, गोविंद कहार, कन्हैया छिरा, किशन पटेल, सचिन पाठक ,योगेंद्र पटेल, मोनू शर्मा, सतीश अग्रवाल ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस घटना के आरोपी पर बड़ी कार्यवाही करने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री साधुवाद के पात्र हैं।
अलीराजपुर की घटना में कांग्रेस क्यों है मौन? माफी मांगे कमलनाथ
जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति नीलेश काकोड़िया, जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी बाई ठाकुर, जनपद सदस्य सुरेश ठाकुर, जनपद सदस्य राजेश कुमरे, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के मंडल अध्यक्ष गनपत ठाकुर, भाजपा नेता रूप सिंह ठाकुर, मेलाराम ठाकुर ने अपने वक्तव्य में कहा कि कांग्रेस को आदिवासी समाज के प्रति झूंंठी संवेदना व्यक्त करने का अधिकार नहीं है, राष्ट्रपति चुनाव में आदिवासी समाज से नियुक्त प्रत्याशी श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का विरोध करने वाली कांग्रेस ने उनके राष्ट्रपति निर्वाचन उपरांत भी उनका अपमान करके पहले ही यह बता दिया था कि कांग्रेस पार्टी को आदिवासी बर्ग की भावनाओं से कोई सरोकार नहीं है। प्रदेश में कांग्रेसी शासन काल के दौरान अलीराजपुर में आदिवासियों के साथ पुलिस द्वारा की गई बर्बरता पर कांग्रेस सरकार द्वारा तत्कालीन समय में कोई न्याय उचित कार्यवाही नहीं की गई, यदि कांग्रेस को हमारे सम्मान से कोई वास्ता है तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अलीराजपुर की घटना के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे । भारतीय जनता पार्टी में सदैव ही हमारी मान्यताओं एवं परंपराओं का सम्मान किया गया है, आदरणीय द्रोपती मुर्मू जी का राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचन भाजपा की प्रतिबद्धता दिखलाता है। भाजपा आदिवासी मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सीधी जिले की घटना में प्रताड़ित आदिवासी युवक के पैर धोकर मानवीय संवेदना बल्कि न्याय का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है । कांग्रेस अपनी चुनावी राजनीति के लिए हम भोले-भाले आदिवासियों का दुरुपयोग ना करे ,ऐंसा निवेदन किया गया है।



