छत्तीसगढ़

भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को स्थानीय नेताओ पर नही है भरोसा माथुर, मांडविया को बनाया चुनाव प्रभारी : कांग्रेस

रायपुर

भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को प्रदेश के नेताओं पर भरोसा नहीं है। भाजपा संगठन में कई गुट है कार्यकतार्ओं में गहरी नाराजगी है जनता का समर्थन खो चुके हैं इसीलिए संगठन से लेकर चुनाव की सारी जिम्मेदारियों को प्रदेश के बाहर से नेता भेजकर पूरा कर रहे हैं।

भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व को स्थानीय नेताओं पर नहीं है भरोसा माथुर, मांडविया को बनाया चुनाव प्रभारी। पहली बार चुनाव अभियान की कमान प्रदेश के बाहर के नेताओं को मिली है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल सारे अपनी विश्वसनीयता खो चुके है ये खुद की दावेदारी सुरक्षित रखने संघर्ष कर रहे है। राज्य के बाहर के लोगो को चुनाव प्रभारी बनाया जाना छत्तीसगढ़ के नेताओं की अयोग्यता को दिखाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा में भी रमन सरकार के खासमखास सिपहसालार से लेकर उस दौर में कद्दावर और ताकतवर मंत्री माने जाने वाले कई मठाधीश नेताओ को मचं से उतारा गया कुछ की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल के रमन सरकार के दौरान पूरे प्रदेश की जनता हताश और परेशान थी हर विभाग में हर योजना में कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार था। छत्तीसगढ़ की वन संपदा खजाने को लूटना भाजपा का मकसद रहा है और यही आरएसएस भाजपा और उनके अनुषांगिक संगठन रमन सिंह के चेहरा को लेकर रोज कसीदे पढ़ते थे और विकास पुरुष बताते थे। 15 साल के सत्ता के बाद जब भाजपा 15 सीट में सिमट गई और आज 2023 का चुनाव नजदीक आ गया है तब भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व रमन सरकार के दौरान के भ्रष्ट नेताओं से किनारा करने के लिए अपनी जिम्मेदारी से भागने के लिए अब केंद्रीय नेताओं को छत्तीसगढ़ भेज रहे हैं। भाजपा में नैतिकता है और नरेंद्र मोदी जी में क्षमता है तो रमन सरकार के 15 साल के भ्रष्टाचार की जांच कराएं और जिम्मेदार नेताओं को सलाखों के पीछे भेजें तभी प्रायश्चित होगा।

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