इंदौर-रीवा सीधी फ्लाइट आज से शुरू, 15 घंटे का सफर अब सिर्फ 1 घंटे 45 मिनट में, किराया 4700 रुपये

इंदौर/रीवा
रीवा से अब इंदौर का सफर तय करने के लिए 15 घंटे नहीं, बल्कि 2 घंटे ही लगेंगे. क्योंकि, इंदौर से रीवा के बीच सीधी फ्लाइट सेवा शुरू हो चुकी है. सोमवार को पहली फ्लाइट उड़ी. ऐसे में विंध्य क्षेत्र के लोगों के लिए यह बड़ी सौगात मानी जा रही है. इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट इंदौर से रीवा के बीच उड़ेगी, जहां पहले ही दिन फ्लाइट पूरी तरह फुल थी. माना जा रहा कि यह फ्लाइट सफल रहेगी, क्योंकि रीवा से इंदौर के बीच बड़ी संख्या में लोग आते-जाते हैं.
इंदौर से रीवा के बीच सीधी फ्लाइट का किराया 4700 रुपये रखा गया है. यह विमान 70 सीटर है, जिसके लिए बुकिंग लगातार चल रही है. क्योंकि रीवा से सतना, सीधी, सिंगरौली के साथ-साथ मैहर जाना भी आसान होगा. यहां के लोग भी रीवा से आसानी से आ जा सकते हैं. रीवा से इंदौर के बीच लंबे समय से सीधी उड़ान की मांग चल रही थी, जिसे अब पूरा कर दिया गया है. अब तक प्रदेश में इंदौर से जबलपुर के बीच ही सीधी फ्लाइट चलती थी, लेकिन अब रीवा ऐसा दूसरा जिला बन गया है, जिसके लिए इंदौर से सीधी प्लाइट सेवा शुरू हो गई है.
विंध्य के विकास की नई उड़ान
रीवा एयरपोर्ट पर आयोजित कार्यक्रम में कैलाश विजयवर्गीय ने इस उपलब्धि को विंध्य क्षेत्र के व्यापार, शिक्षा और विकास की एक बड़ी छलांग बताया। उन्होंने कहा कि यह केवल एक विमान का आगमन नहीं है, बल्कि यह रीवा के लिए "लक्ष्मी" लेकर आया है। इंदौर, जो मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी है, अब सीधे रीवा से जुड़ गया है, जिससे पूरे विंध्य क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव आएगा।
जानें फ्लाइट का शेड्यूल
रीवा से इंदौर के बीच चलने वाली सीधी फ्लाइट का शेड्यूल कुछ ऐसा रहेगा. सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर इंदौर से रीवा के लिए 6E 7363 फ्लाइट उड़ान भरेगी. यह फ्लाइट दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर रीवा पहुंच जाएगी. वहीं, वापसी में रीवा से दोपहर 1 बजकर 35 मिनट पर फ्लाइट 6E 7364 इंदौर के लिए उड़ान भरेगी और 3 बजकर 25 मिनट पर इंदौर पहुंच जाएगी.
कैलाश विजयवर्गीय ने क्षेत्रीय नेता राजेंद्र शुक्ल और उनकी टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें "जिद्दी नेता" बताया, जिन्होंने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से इस परियोजना को धरातल पर उतारा। उन्होंने कहा कि विंध्य अब "टेक ऑफ" कर रहा है और हवाई सेवा शुरू होने से क्षेत्र की प्रगति की गति कई गुना बढ़ जाएगी।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
इस हवाई सेवा का सबसे बड़ा लाभ धार्मिक पर्यटन को मिलेगा। कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि अब श्रद्धालु मैहर में शारदा माता के दर्शन और चित्रकूट में भगवान राम की तपोस्थली की परिक्रमा आसानी से कर सकेंगे। साथ ही, विंध्य के लोग भी अब उज्जैन के महाकाल, ओंकारेश्वर, मांडव और महेश्वर जैसे मालवा के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों तक सुगमता से पहुँच पाएंगे। यह सेवा माता शारदा और भगवान भोलेनाथ के भक्तों को जोड़ने का एक सेतु बनेगी।
हवाई चप्पल वाले भी अब हवाई जहाज में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज में घूमे" के विजन को चरितार्थ करते हुए, इस पहली उड़ान में 40 ऐसे बुजुर्गों और नागरिकों को लाया गया जिन्होंने कभी विमान की यात्रा नहीं की थी। बुजुर्ग यात्रियों ने भावुक होते हुए कहा कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वे अपने जीवन में हवाई जहाज में बैठ पाएंगे ।
भविष्य की संभावनाएं और वैश्विक कनेक्टिविटी
राजेंद्र शुक्ल ने इस अवसर पर बताया कि रीवा एयरपोर्ट का निर्माण एक लंबे संघर्ष का परिणाम है। उन्होंने कहा कि 12 साल पहले जब उन्होंने इसके लिए पत्र लिखा था, तब इसे असंभव माना जाता था । लेकिन अब यह सपना हकीकत है।सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रीवा की कनेक्टिविटी अब केवल इंदौर तक सीमित नहीं है।
इंडिगो की वेबसाइट पर अब रीवा से सीधे सिंगापुर, दुबई और मैनचेस्टर जैसे अंतरराष्ट्रीय शहरों की बुकिंग की संभावनाएं भी दिखने लगी हैं। आने वाले समय में यहां से बॉम्बे, हैदराबाद, अहमदाबाद और चेन्नई जैसे शहरों के लिए भी 4-5 घंटे के भीतर कनेक्टिविटी मिल सकेगी।
इस हवाई सेवा की शुरुआत से न केवल व्यापार और पर्यटन बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। विंध्य अब हिंदुस्तान के सबसे विकसित इलाकों में शामिल होने की ओर मजबूती से कदम बढ़ा चुका है।
70 सीटर विमान, 4700 रुपए किराया
यह फ्लाइट 70 सीटर विमान से संचालित की जा रही है। इसका किराया करीब 4700 रुपए रखा गया है। इस हवाई सेवा से केवल रीवा ही नहीं, बल्कि सतना, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, मऊगंज और मैहर जैसे विंध्य क्षेत्र के अन्य जिलों को भी सीधा लाभ मिलेगा। अब तक इंदौर से प्रदेश में केवल जबलपुर के लिए सीधी उड़ान थी, अब रीवा दूसरी सीधी प्रादेशिक हवाई सेवा बन गई है।
लोगों में दिखा काफी उत्साह
फ्लाइट के शुरू होने से इंदौर और रीवा के लोगों में भी खुशी देखी जा रही है. क्योंकि दोनों शहर व्यापारिक तौर पर भी जुड़े हैं, जबकि दोनों शहरों में बड़ी संख्या में लगातार यात्रा करने वाले लोग रहते हैं. ऐसे में विंध्य अंचल के लिए यह बड़ी सौगात मानी जा रही है. माना जा रहा है कि यात्रियों की संख्या बढ़ने पर फ्लाइट की संख्या बढ़ाई जा सकती है. फिलहाल, दोनों शहरों के बीच सीधी फ्लाइट सेवा शुरू होना बड़ी सौगात मानी जा रही है. लोगों में फ्लाइट को लेकर काफी उत्साह है. यात्रियों के उत्साहवर्धन के लिए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी रीवा-इंदौर की बीच उड़े पहले विमान में यात्रा की.
ये रहेगा फ्लाइट का शेड्यूल
इंदौर से रीवा (6E 7363): सुबह 11:30 बजे रवाना, दोपहर 1:15 बजे आगमन।
रीवा से इंदौर (6E 7364): दोपहर 1:35 बजे रवाना, शाम 3:25 बजे आगमन।
डिप्टी सीएम बोले- विकास को मिलेगी नई दिशा
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि यह पल सपने को साकार करने जैसा है। रीवा इंदौर फ्लाइट शुरू होने से न केवल इंदौर बल्कि बेंगलुरु,मुंबई अहमदाबाद,कलकत्ता और चेन्नई जैसे शहरों से भी कनेक्टिविटी काफी बढ़ जाएगी। इंडिगो का नेटवर्क विदेशों में भी है,जिससे धीरे-धीरे कनेक्टिविटी बढ़ती चली जाएगी। पहले भी उद्योगपतियों को यह कहा जाता था कि रीवा में उद्योग लगाइए और निवेश करिए। लेकिन एयर कनेक्टिविटी ना होने की वजह से वह बात कहीं ना कहीं मन में खटकती थी।
2023 में हमने इसका भूमि पूजन किया। 2024 में हमने इसका लोकार्पण किया। इसके साथ ही 2025 में रीवा से दिल्ली और इंदौर जैसे बड़े शहरों को जोड़ दिया गया। विंध्य के लोगों को अब अन्य किसी दूसरे एयरपोर्ट पर जाने की जरूरत नहीं है। रीवा एयरपोर्ट से अब देश के किसी भी कोने पर पहुंचना बेहद आसान है। खासकर बेंगलुरु,हैदराबाद,अहमदाबाद में रहने वाले वे छात्र जो कई दिन ट्रेवल कर कर रीवा आते थे। उनके पैरेंट्स ने मुझे फोन कर धन्यवाद दिया और इस सुविधा पर अपनी खुशी प्रकट की।
सांसद बोले-रीवा के पंख जम आए
सांसद जनार्दन मिश्रा ने चुटीले अंदाज में कहा कि कहा कि अब रीवा के पंख जम आए हैं। अब इस पंख से चाहे आप दिल्ली उड़िए,चाहे इंदौर उड़िए और चाहे हैदराबाद उड़िए। अब उड़ने का काम शुरू हो गया है। शिक्षा,व्यापार और पर्यटन में चार-चांद लगेंगे।
कार्यक्रम के दौरान एक दिलचस्प वाकया भी देखने को मिला। हालांकि इस पर बहुत कम लोग ही ध्यान दे पाए। रीवा से इंदौर उड़ान शुरू होने के उपलक्ष्य में रीवा एयरपोर्ट पर जश्न की खुशी में केक भी मंगवाया गया था। जिसे काटने के लिए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय,डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला पहुंचें। कैलाश विजयवर्गीय ने चम्मच से केक उठाया और डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला को खिलाया। इसके बाद बिना चम्मच चेंज किए उसी चम्मच से सांसद जनार्दन मिश्रा को केक खिला दिया। वे उसी चम्मच से एयरपोर्ट के अधिकारियों को भी केक खिलाने वाले थे कि डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने उस चम्मच को नीचे रख देने का इशारा किया। जिसके बाद उन्होंने सभी को अलग-अलग चम्मचों से केक खिलाया।
लंबे समय से थी मांग
ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत सिंह जादौन ने बताया कि इस उड़ान की मांग लंबे समय से की जा रही थी। विंध्य क्षेत्र के हजारों लोग इंदौर और आसपास के शहरों में रहते हैं। इस सेवा से न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि व्यापारिक गतिविधियों को भी नई रफ्तार मिलेगी।



