छत्तीसगढ़

जोरदार बारिश से 65 प्रतिशत भरा गंगरेल बांध, किसानों को खेती में मिलेगा फायदा

 धमतरी
महानदी जलाशय परियोजना के कैचमेंट एरिया में रूक-रूककर हो रही झमाझम बारिश से बांधों की सेहत सुधरने लगी है। दो दिन पहले चारामा और कांकेर क्षेत्र में हुई अच्छी बारिश का पानी तेजी से नदी-नालों के जरिए गंगरेल बांध में पहुुंच रही है। इससे लगातार घंटे-दो घंटे में आवक में बढ़ोत्तरी हो रही है।

बांध अब तक 65 फीसदी भर चुका है।

इस साल मौसम लेट से आया था। समय पर बारिश नहीं होने से शुरूआत में किसानों को खेती की तैयारी करने से लेकर बोनी के काम में पिछड़ जरूर गए, लेकिन अब जुलाई के दूसरे पखवाड़े में रूक-रूककर झमाझम बारिश हो रही है। खासकर पिछले दो दिनों से गंगरेल बांध के कैचमेंट एरिया चारामा से लेकर कांकेर तक झमाझम बारिश हुई, जिसका पानी अब तेजी से उतरने लगा हैं।

बांध के कंट्रोल रूम के मुताबिक  सुबह 6 बजे की स्थिति में गंगरेल बांध में 9 हजार 664 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड की आवक हो रही थी, जो 7 बजे अचानक बढ़कर 15 हजार क्यूसेक हो गया। इस समय 32.150 टीएमसी क्षमता वाले इस बांध का जलस्तर 345.46 मीटर पर था और बांध में कुल 22.452 टीएमसी पानी संग्रहित था। यह कुल जलभराव का 64 फीसदी है।

इसके बाद सुबह 10 बजे आवक में और बढ़ोत्तरी होकर 15,278 क्यूसेक हो गया। दोपहर 12 बजे तथा दोपहर 2 बजे तक इतना आवक बरकरार रहा है। दो बजे की स्थिति में बांध का जलस्तर 345.62 मीटर पर था। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बारिश के सीजन में एक जून से लेकर 22 जुलाई तक बांध में कुल 4.298 टीएमसी पानी आया।

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