छत्तीसगढ़

मोटोराइज्ड ट्राईसाइकल मिलने पर दिव्यांग के चेहरे पर दिखी आत्मनिर्भता की झलक

सूरजपुर

03 वर्ष पूर्व ग्राम भेलकच्छ प्रतापपुर के श्री राम सुन्दर के जीवन में करवट ली, गाड़ी चलाते समय एक्सीडेंट में उनके रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई। चोट से रीढ़ के हड्डी से जाने वाली नस दब गई। जिससे उनके कमर के निचले हिस्से का काम करना बंद कर दिया। 36 वर्षीय श्री राम सुन्दर बताते है कि एक्सीडेंट के पश्चात् उन्हे प्रतापपुर के उप स्वास्थय केंन्द में भर्ती कराया गया था, जहां से उन्हे जिला अस्पताल और फिर संभाग स्तर पर अम्बिकापुर के जिला अस्पताल में रेफर किया गया था। परंन्तु स्थिति में सुधार न हो सका।

उनकी दिव्यांगता का 90 प्रतिशत था, जिसके आधार पर मेडिकल बोर्ड के द्वारा दिव्यांग प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ। अपनी इस विषमता से निजात पाने के लिए और एक बेहतर जीवन के निरवहन के लिए श्री राम सुन्दर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल के पास आवेदन लेकर उपस्थित हुऐ। जिसमें कलेक्टर ने मामले की गंम्भीरता को देखते हुऐ इसे तुरंत संज्ञान में लिया और उप संचालक को इसके त्वरित निराकरण के लिए निर्देशित किया था। समाज कल्याण विभाग द्वारा जिसका परिपालन करते हुऐ दिव्यांग श्री राम सुन्दर को कलेक्टर की उपस्थिति में मोटोराइज्ड ट्राईसायकल प्रदाय किया गया।

इसके साथ ही श्री राम सुन्दर को खाद्य विभाग द्वारा उनके दिव्यांगता के आधार पर राशन कार्ड उपलब्ध कराया गया। जिला प्रशासन के इस सकारात्मक कदम से नि:सन्देह दिव्यांग श्री राम सुन्दर के जीवन में बदलाव आएगा। दिव्यांग श्री राम सुन्दर ने इसके लिए जिला प्रशासन को अभार व्यक्त किया। उन्होंने मोटोराइज्ड ट्राईसाइकल मिलने पर अपनी खुषी जाहिर करते हुऐ कहा कि ट्राईसाइकल के मिलने पर मेरे जीवन में पुन: उत्साह का संचार हुआ है और मेरा आत्म विश्वास भी बढ़ा है। अब मैं इस ट्राईसाइकल के मदद से अपने परिवार के जीवन निर्वहन में भी सहयोग कर सकुंगा जिसकी मुझे सबसे ज्यादा खुशी है।

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