छत्तीसगढ़

कांकेर पुलिस की सख़्त पहल: मोस्ट वांटेड नक्सलियों के लगाए पोस्टर-बैनर

पखांजुर/कांकेर

छत्तीसगढ़ में जहां एक तरफ नक्सल संगठन ने सरकार के साथ शांति वार्ता की पेशकश की है, तो वहीं दूसरी ओर सुरक्षा बलों का एंटी नक्सल ऑपरेशन लगातार जारी है। इसी कड़ी में आज छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र की सीमा से लगे नक्सल मोर्चे से बड़ी खबर सामने आई है। गढ़चिरौली के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दो नक्सली ढेर हो गए और मौके से AK-47 समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए। इसके अलावा कांकेर पुलिस ने मोस्ट वांटेड नक्सलियों की तलाश तेज करते हुए उनकी तस्वीरों वाले बैनर गांव-गांव में लगाए हैं।

कांकेर जिले में नक्सलियों को खात्मा करने के लिए पुलिस ने नई पहल शुरू की है। अब पुलिस मोस्ट वांटेड नक्सलियों के फोटो के साथ बैनर और पोस्टर अंदरूनी इलाकों में लगा रही है। इनमें बसंती आंचला, पुष्पा हेमला, रोनी उर्फ उमा, रामा कुंजाम, सरवन मड़काम और रामको मंडावी जैसे कुख्यात नक्सलियों के फोटो शामिल हैं। पोस्टर में पांच लाख से एक लाख तक इनामी नक्सलियों की जानकारी दी गई है। पुलिस ने नक्सलियों का पता बताने वालों को इनाम देने का ऐलान किया है और सूचना देने वालों का नाम-पता गोपनीय रखने की बात कही है।

नक्सलियों की शांति वार्ता की पेशकश
बता दें कि नक्सल संगठन की केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पत्र में दावा किया गया है कि संगठन सरकार के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार है। साथ ही उन्होंने हथियार छोड़कर भविष्य में सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर मिलकर काम करने की बात कही है। अभय ने केंद्र सरकार से एक महीने का समय और सीजफायर की मांग की है ताकि औपचारिक बातचीत शुरू की जा सके। इस मामले में गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि पत्र की सत्यता क्या है, इसकी जांच करानी पड़ेगी। नक्सलवाद के खिलाफ ऑपरेशन जारी रहेगा।

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