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टोयोटा किर्लोस्कर ने अपने कर्नाटक संयंत्र में तीसरी पाली में काम शुरू किया

नई दिल्ली
 टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने अपनी उत्पादन क्षमता करीब 30 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए अपने कर्नाटक स्थित संयंत्र में तीसरी पाली शुरू की है। कंपनी के इस कदम का मकसद लोकप्रिय इनोवा क्रिस्टा और फॉर्च्यूनर जैसे मॉडलों के लिए 'इंतजार की अवधि' कम करना है।

वाहन कंपनी ने अपनी विनिर्माण क्षमता को बढ़ाने के लिए बेंगलुरु के बाहरी इलाके बिदादी के अपने संयंत्र में एक मई से तीसरी पाली शुरू कर दी है।

कंपनी ने इस संयंत्र में मौजूदा बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए 90 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। इसके अलावा कारखाने में तीसरी पाली में काम करने के लिए 1,500 कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है।

टीकेएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं मुख्य संचार अधिकारी सुदीप एस दलवी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ''हमने संयंत्र में तीसरी पाली शुरू की है। इस संयंत्र में इनोवा क्रिस्टा, इनोवा हाइक्रॉस और फॉर्च्यूनर जैसे मॉडलों का उत्पादन होता है। इन उत्पादों के लिए इंतजार की अवधि काफी लंबी है। हमारा प्रयास इसे कम करने का है।''

 

 

इंडिगो के बेड़े में दूसरा बोइंग 777 विमान शामिल

 किफायती सेवाएं देने वाली एयरलाइन इंडिगो के बेड़े में दूसरा बड़े आकार का बोइंग 777 विमान शामिल हो गया है। कंपनी इस विमान का इस्तेमाल मुंबई-इस्तांबुल मार्ग पर करेगी।

एयरलाइन ने बुधवार को यह जानकारी दी।

लगभग 16 से अधिक वर्षों तक छोटे आकार के एयरबस के बेड़े का परिचालन करने के बाद गुरुग्राम की एयरलाइन ने इस साल अपने बेड़े में बी777 विमान शामिल किया है।

यह विमान इंडिगो ने टर्किश एयरलाइंस से चालक दल के सदस्यों के साथ पट्टे पर लिया है। इस विमान का इस्तेमाल वह दिल्ली-इस्तांबुल मार्ग पर कर रही है। इंडिगो का टर्किश एयरलाइंस और कुछ अन्य विमानन कंपनियों के साथ कोडशेयर समझौता है।

कोडशेयर व्यवस्था के तहत कोई एयरलाइन अपने यात्रियों के लिए भागीदार विमानन कंपनियों की उड़ानों के लिए भी बुकिंग कर सकती है। इससे एयरलाइन उन गंतव्यों के लिए भी निर्बाध यात्रा उपलब्ध करा सकती है जहां उसकी मौजूदगी नहीं है।

 

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