छत्तीसगढ़

मिनी राइस मिल लगाकर महिलाओं ने कमाए 55 हजार

मनेंद्रगढ़

शासन की महत्वाकांक्षी रीपा योजना से जुड़कर महिला स्व सहायता समूह की महिलाएँ आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं। रीपा योजना से मिले आर्थिक संबल से विभिन्न रोजगार मूलक गतिविधियाँ भी संचालित की जा रही हैं। समूह की महिलाएँ घर के नजदीक स्व-रोजगार प्राप्त करके घर-परिवार की बेहतरी के लिए अपना योगदान दे रही हैं।

जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ से करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर खडगवां विकासखंड में ग्राम पंचायत चिरमी स्थित है। चिरमी में गंगामय स्व-सहायता समूह की दीदीयो ने शासन की रीपा योजना का लाभ उठाते हुए मिनी राईस मिल स्थापित किया। अब वे राइस मिल से चावल निकालने (मिलिंग) का काम करती हैं। पहले महिलायें घर में खेती-बाड़ी का काम किया करती थीं जिसमें बड़ी कठिनाई से माह में 2 से 3 हजार रुपए तक का आय ही हो पाती थी। रीपा योजना से जुडने के बाद उन्हें वार्किंग शेड और भवन प्राप्त हुआ जिससे उनका कारोबार बढ़ा और उनकी आय में वृद्धि हुई। सुगधित चावल की मांग बहुत अधिक होने के कारण आज राइस मिल का काम चल निकला। लगभग 2 माह के अल्प समय में ही महिलाओं ने 55 हजार से अधिक की कमाई की है। समूह के सदस्य आमदनी से घर के परिवार की जरूरते पूरा करने के साथ ही बच्चों की पढ़ाई में भी पैसा का उपयोग कर रही हैं।

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