छत्तीसगढ़

मल्टीएक्टीविटी से असीता स्व सहायता समूह की महिलाओं ने अर्जित की 7 लाख रूपए

दुर्ग

कोई भी काम को सफलतापूर्वक करने के लिए मेहनत, ईमानदारी दृढ़ संकल्प होना जरूरी है। इसी तारतम्य में जिले के पाटन विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम पंचायत खोपली की श्रीमती द्रोपदी काकड़े ने यू-ट्यूब से गमला बनाने की विधि देखकर अपना खुद का व्यवसाय चला रही है। वर्तमान में श्रीमती द्रोपदी काकड़े असीता स्व सहायता समूह की अध्यक्ष है और उनके साथ ही अन्य 10 महिलाओं को भी प्रशिक्षण देकर उनकों रोजगार प्रदान कर रही है।

असीता स्व सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती काकड़े ने बताया कि वह पहले दूसरे के खेतो में मजदूर का काम करती थी, जिससे उनके घर का गुजारा नही हो पाता था। कुछ अच्छा सा रोजगार करने की सोचकर उन्होंने यू-ट्यूब के माध्यम से सीमेंट का गमला बनाना सीखा और साथ ही स्व सहायता समूह की महिलाओं को भी प्रशिक्षण दिया। डिमांड के आधार पर समूह की महिलाओं द्वारा 600 सीमेंट के गमले निर्मित कर राजनांदगांव में विक्रय के लिए भेज रही है। समूह की महिलाओं द्वारा गमले के साथ-साथ तुलसी चौरा तथा मिट्टी का झरना भी तैयार किया जा रहा है। झरना निर्मित कर लगभग एक लाख का मुनाफा प्राप्त कर चुकी हैं।

असीता स्व सहायता समूह के माध्यम से कवर ब्लॉक, पेवर ब्लॉक, प्लांटिंग पोल एवं फेसिंग पोल भी तैयार किया जा रहा है, जिससे उन्हें काफी लाभ हुआ है। वर्तमान में कवर ब्लॉक का निर्माण कर 50 हजार की आमदनी प्राप्त की है। इसके साथ ही तालाब में मछली उत्पादन का कार्य भी किया जा रहा है। मछलीपालन विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन में शासन की योजना का लाभ लेकर मछली विक्रय से लगभग एक लाख की राशि प्राप्त की है। समूह की महिलाओं द्वारा मल्टीएक्टीविटी कार्य कर अब तक 7 लाख रूपए की आय प्राप्त कर चुकी हैं।

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